hum is duniya me kyo aaye hai?हम इस दुनिया मे क्यो आये है?

 एक लड़का सड़क पे चल रहा था और अपने आस पास की सब चीज़े जो हो रही थी वो गौर से notice कर रहा था,वो अपने मनो मन मे सोच रहा था कि जो भी लोग रोज के जीवन मे कार्य करते है वो क्या वाकई इतना जरूरी है जितना वो समझते है,क्या लोगो को बस यही काम करने इस धरती पर भेज गया हैं?क्या हम कभी सछि माइनो में इस धरती पर आने का महत्व जान पाएंगे? क्यों हमारे पास ही बोलने और समझने की क्षमता है?



ऐसे कही सारे सवाल उस लड़के के मन मे आ रहे थे और वो लड़का उस सवालो के जवाब जानने के लिए बहोत ही बेताब था। उसे जानना था कि हम इस धरती पर क्यो आये है ,क्यो हमे कुछ अलग क्षमताओं के साथ यहाँ भेज गया है जबकि बाकी सब दूसरे जीव एक जैसे है तो हम इतने अलग क्यो है? सवाल बहोत थे पर जवाब एक भी नही था। तो उसने सोचा कि में किसी ऐसे इंसान को पहले खोजूँगा जो मेरे इन सवालों का जवाब दे पाए। और उसने उसी दिन से वो सब अपने सवालो के जवाब में उस इंसान की खोज चालू लड़ी जो उसे सही जवाब या यूं कहतो संतुष्ट जवाब दे पाए।

काफी दिन बीते उस खोज में ओर उसे कही ऐसे आदमी मीले जो दावा करते थी कि में तुम्हे जीवन का अर्थ बताता हूं लेकिन उनमें से कोई भी सही मायनों में नही जानता था कि हम इंसान को है और क्या हमारा मूल कार्य है। कही उसको बोलते थे हमारा कार्य भक्ति करना है तो कई बोलते थे हमारा कार्य शांति से जीवन बिताना ओर लोगो की सेवा करना है।लेकिन ऐसे सब जवाबो में थोड़ी सी भी संतुष्टि उस लड़के को नही मिली थी ।


ओर उसे लगने लगा कि इस दुनिया मे एक भी इंसान इस नही है जो सही मायनों में जीवन को पहचानता हो या समझता हो। वो निराश हो गया पर उसका इरादा ओर ज्यादा मज़बूत हो गया और उसने अपने आप से कहा कि ,में जो भी जवाब ढूंढ रहा हु वो जब तक नही मिलेंगे टैब तक मे उसकी खोज करता रहूंगा चाहे फिर वो मेरी अंतिम क्षण भी क्यो न आ जाये।

ऐसे ही कही दिन बीते ओर उसके बाद महीने ओर साल लेकिन परिणाम अभी भी जीरो ही था लेकिन उसका मन स्थिर था और अंदर से बहोत खुश था कि में ऐसी चीज़ खोज रहा हु जिसका जवाब इस धरती पर किसीके पास नही है।

ओर ऐसे ही जब वो लड़का शांति से एक जगह पेड़ के नीचे बैठ था तब अचानक एक आदमी आया और उससे खाना मांगने लगा जबकि उस लड़के के पास कुछ नही था और उसने उस आदमी से क्षमा मांगी और कहा कि मेरे पास भी कुछ नही है यह बात सुनकर वो आदमी बोला किसने कहा तुम्हारे पास कुछ नही है ,तुम्हारे पास विनम्रता है भगवान ने तुम्हे बनाया ही इसीलिए है कि तुम जीवन के महत्व को दूसरों तक पहोकहा सको। ओर बस उस आदमी की ये बात सुनते ही उसे विचार आया कि में इस दुनिया मे जीवन को समझने और समजने आया हु ,बल्कि सब लोग इसीलिए आये है।

मनुष्य का कार्य ही यही है जीवन को समझना ओर में वही तो कर रहा हु ओर में समज गया हूं कि जीवन का मूल जीवन को जानना है मतलब की हमे जिसने बनाया उसके अस्तित्व को जानना ही हमारा मूल कार्य है। खाली भक्ति से कुछ नही होगा बल्कि भगवान के उदेश्य को जानना होगा और मोक्ष पाना होगा तभी तो भगवान ने हमे समजने ओर बोलने की शक्ति दी है ताकि हम समजे ओर समजा सके।

ओर तब जाके वो लड़का समझ गया कि मुजे भगवान के अस्तित्व को जानना है और उसको पाना है।

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