paisa or rishta | rishto par paiso ka asar

आज कल सभी लोग पैसों के पीछे ही भाग रहे है,जिसे देखो उसे पैसा कमाना है ।हाल की आज के दिन में पैसा important भी है लेकिन हमें हमारी life में बहोत सारे ऐसे example भी मिलते है जहाँ पर लोग पैसो के लिए कोई भी हद पार कर देते है तो आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि पैसो से कैसे रिश्तों में दरार आ रही है ,कैसे कुछ लोगो के लिए पैसा ही भगवान है कैसे लोग सब कुछ खो देते है पैसे पाने के चक्कर मे।

relation or money | rishto ki ahemiyat


आज में आपको बताऊंगा की रिश्तो पर पैसे कमाने की धुन क्या असर करती है एक रियल example के साथ कि कैसे लोग एक छोटी सी रकम के लिए हमेशा के लिए बरसो के संबंधों को तोड़ देते है।

कुछ ही दिन पहले की बात है मेरा एक दोस्त है जिसे jwellers की दुकान है में कही बार वहा जाता रहता हूं। उसके मौसी का एक लड़का है जो कोई अलग धंधा करता है दोनों में बहोत अच्छे संबंध है कही बार दोनों साथ मे घूमने जाते है कही बार एक दूसरे के घर पर ठहरते है।कोई भी काम हो एक दूसरे का तो जट से कर देते है।

एक दिन उसके मौसी के लड़के की शादी तेय होती है और गहने की खरीदी के लिए वो लोग मेरे दोस्त की दुकान पे आते है और तब में भी वहा पर था सब लोगो ने मिलकर total 4 लाख के गहने खरीदे ओर पूरा bill बाकी रखा और कहा की शादी के थोड़े दिनों बाद पूरा pyment कर देंगे मेरे दोस्त ने कहा ठीक है।

फिर उसकी शादी हुई और 1 महीना गुजर गया लेकिन pyment नही आया तो मेरे दोस्त ने फ़ोन किया तो वो बोला थोड़े दिन में करवा देता हूं लेकिन ओर 2 महीने चले गए pyment नही आया फिर फ़ोन किया ऐसा करते करते 1 साल हो गया तब जेक उसने आधा पैमेंट दिया ओर उसके 6 महीने बाद बाकी का पैमेंट दिया और उसमे से भी 20000 बाकी रखे।और तीन महीने हो गए वो 20000 नही आये तो जब एक दिन में उसकी दुकान पर गया तो उसके मौसी के लड़के को फ़ोन लार रहा था ।

फोन किया तो उसके पापा ने यानी उसके मौसा ने फ़ोन उठाया और कहा कि क्या आप बार बार फोन करते हो आपको बाद pyment तो कर दिया और इतना ही नही मेरे दोस्त को उसके मौसा ने बहोत कुछ सुनाया ओर रिश्ता ही तोड़ दिया।

तब मुजे लगा कि दोनों में कितने अच्छे रिश्ते थे और उसके मौसा ने थोड़ी सी रकम के लिए रिश्ता ही तोड़ दिया।तब समज आया कि आभी के दिनों में रिस्ते से ज्यादा लोगो को पैसो की अहमियत है।

ईसिलिये दोस्तो कहने का मतलब ये है कि अगर आपको रिश्ते बचने है तो अपने संबंधी से पैसो की लेनदेन हो सके उतनी काम करे क्योकि कही बार सालो के रिश्ते पैसो की वज़ह से दाव पर लग जाते है और रिस्तो में कड़वाहट भर जाती है।हो सके उतना सोच समझ कर पैसो की लें दें करे।

पैसा सब कुछ नही होता कुछ रिस्ते पैसो से कही ज्यादा मूल्यवान होते है जो कुछ लोग समझ नही पाते और बाद में पछताते है कि मैने गलत कर दिया।और अभी समय ऐसा है कि सबको पैसो की जरूरत रहती है है इसीलिए हम अगर कोई चीज़ अपने रिश्तेदार या दोस्त से बाकी में खरीदते है तो उसके पैसो को हो सके उतना जल्दी चुका देना चाहिए क्योको सामने वाला इंसान भी धंधा करत है और उसको भी पैसो की जरूरत होती है।

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