personality development in hindi |personality development tips in hindi | पर्सनालिटी कैसे बनाये

personality kya hoti hai , personality kese banaye या फिर personality kese develop kare काफी सारे सवाल सबके मन मे चलते रहते है तो आज हम जानेंगे basic personality कैसे develop करे।

personality development


बात शरू करते है एक कहानी से:

 एक ऑफिस में दो लोग इंटरव्यू पर आए दोनो एक दूसरे को ऑफिस के मेन गेट पर टकरा गए और साथ ही ऊपर आए तो दोनों बात कर रहे थे कि भाई तुम भी इंटरव्यू पर आए हो तो सामने वाले ने जवाब दिया हां भाई मैं यहां से इंटरव्यू दूंगा और फिर एक-दो काम है मैं वह करने निकल जाऊंगा।

फ़िर  वहां बैठ गए औऱ कंपनी में रिज्यूमे दिए आधा घंटा हो गया पर वहा से कोई रिप्लाई नहीं आया बैठे-बैठे घंटा भी बीत गया तो जिसे जाना था उसने रिसेप्शन पर पूछा कि और कितना टाइम लगेगा तो उसने कहा कि आप बैठ जाइए आपको बुला लेंगे अब उसे बैठे-बैठे जैसे आधा घंटा और भी बीत गया ।

तो जिसे जाना था  उसने चिल्लाना शुरू कर दिया कि क्या मजाक है और आपने क्या सोचा हुआ है आप ने बुला लिया हमें बाकी भी तो काम होते हैं तो  उसके चिल्लाने से कंपनी के बाकी लोग भी बाहर आ गए उसे अजीब तरह से देख रहे थे तो वह जो दूसरे वाला लड़का उसको मेन गेट पर टकराया था उसने उसकी तरफ देखा तो वो आराम से बैठा हुआ था तो यह बंदा उस पर भी चिल्लाने लगा कि तू आराम से क्यों बैठा है ,इतनी देर हो गई है फिर भी?

 तो उस बंदे ने बड़े आराम से इसका जवाब दिया कि कंपनी देर नहीं कर रही तुझे जल्दी है तू घर से सोच कर आया था कितना टाइम लगेगा और इतने टाइम में फ्री होकर बाकी काम करने निकल जाऊंगा तुझे तेरी उम्मीद के बराबर चीजे नहीं हुई तो तुझे तेरी उम्मीद ने हर्ट किया जिससे तुझे तकलीफ हुई और अब तेरे इसी बिहेवियर की वजह से कंपनी के सामने तेरी बेड इमेज बन गई है।

 तो दोस्तों ईससे यह सीखने को मिलता है कि अपने आप को शांत रखना कितना ज़रूरी हैं अपने हिसाब से डिसाइड करने से ज्यादा ज़रूरी यह है के सिचुएशन के हिसाब से खुद को कैसे ढाले।

 यही क्वालिटी हमारे अंदर होनी चाहिए अब ऐसा कभी नहीं होना चाहिए कि वह जो आपको हमेशा नीचा दिखा रहा है या जो आप को बिल्कुल ही नजरअंदाज कर रहा है आप उसके सामने प्लीज प्लीज के गुणगान कर रहे हो जैसे कुछ लोग होते है जो कहते हैं कि प्लीज मेरी लाइफ में रुक जाओ मुझे छोड़कर मत जाओ या प्लीज मेरी हेल्प कर दो या प्लीज कुछ समझो यह सब चीजें सिर्फ उसके सामने करो जो आपको लेकर अपने लाइफ में सीरियस हो मतलब जिससे आपके होने या ना होने से काफी फर्क पड़ता हो ।

बाकी लोग तो सिर्फ दिखाने के लिए साथ होते हैं और जो भी सिर्फ दिखावे के लिए आपके साथ है उसके सामने झुकने से तो अच्छा है कि अपनी लाइफ अकेले जी जाए ।

और अपने आप को कभी भी किसी भी चीज में पीछे मत रखा करो मतलब कई लोगों को यह लगता है कि मैं अच्छा नहीं दिखता या मुझ में कमी है तो वेसे लोग बाकी लोगों से मिलते ही नहीं है और नाही खुलकर बात कर पाते है।

 आपकी सिचुएशन के हिसाब से ढलना और आपकी बॉडी लैंग्वेज हर एक चीज डिफाइन करती है कि असल में आप कैसे हो बाहर से तो हम सब के दो हाथ पैर है पर अंदर से सब एक जैसे नहीं होते।

आपका नेचर डिफाइन करता है आपको पूरी तरह। जितना हो सके सबसे मिला करो,उन्हें सुना करो ,हर जगह पार्टिसिपेट किया करो ऐसा कुछ किया करो जैसे आपको अपना डर खोलने में मदद मिले।

 और हां यह बात सच है कि आपको साफ-सुथरे कपड़े जरूर पहनने चाहिए । ओर खास जरूरी बात की आप दिखते अच्छा हो पर आपके बोलने का ढंग बिल्कुल अकड़वाला है आप लोगों की जरा सी भी इज्जत नहीं कर रहे, चिल्ला चिल्ला कर हंस रहे हो या चिल्ला चिल्ला कर बात कर रहे हो तो यह चीज आपको कभी भी एक अच्छे इंसान में नहीं दिखेगी।

 ये सच है कि आपकी ड्रेस देखकर लोग इंप्रेस होते हैं इसमें कोई दो राय नहीं है मगर इसके साथ-साथ आपको अपने आप को अंदर से भी खूबसूरत बनाना होता है जैसे एक लाइन है 'चेहरा कितना भी सुंदर क्यों ना हो दुपट्टा शख्सियत को चार चांद लगा देता है'।

 तो कहीं ना कहीं यह बात हम सब पर लागू होती है कि हम सब पढ़े लिखे हैं हमें कम से कम अपने कपड़ों की नॉलेज तो होनी ही चाहिए कि हम ऑफिस में जा रहे हैं तो क्या पहने और किसी फंक्शन में जा रहे हैं तो क्या पहने कि यही समझ आपको लोगों के साथ घुलने मिलने में मदद करेगी।

 आपके साथ लोगों को अपनापन महसूस होने लगेगा और फिर आपको अपनी लाइफ पहले से बेहतर लगने लगेगी तो दोस्तों आई होप आप इन बातों को खुद पर अप्लाई करोगे आपको यह बातें पसंद आई होगी।

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