life ka funda | intresting bat । समझने वाली बात।
आज कल सभी लोग पैसो की race में भाग रहे है कही लोग पैसा कमा रहे है कई लोग पैसा खो रहे है लेकिन इस भाग दौड में कोई अपने आप को ढूंढने की कोशिश नही करता है ।हालांकि आज के समय मे पैसा ही successfull इंसान का tag बन गया है लेकिन हर पैसे वाले आदमी ख़ुश होता है ऐसा जरूरी नही है ।
आज कल के time में सबसे ज्यादा अगर कोई खुश है तो वो है monk यानी कि साधु जिसने सब कुछ त्याग कर दिया है। कभी कभी ये भी ख्याल आता है कि भला ऐसे कैसे हो सकता है सब कुछ त्याग ने वाला व्यक्ति सबसे अधिक खुश है? लेकिन यही सही मायनों में ज़िन्दगी का सच है कि जो सब कुछ त्यागता है या फिर दूसरे शब्द में कहे तो जो इंसान इस पूरी दुनिया मे उसे जो मिला है या मिलने वाला है उसमें संतोष लाये तो वो इंसान आज के टाइम पे सबसे ज्यादा खुशी पा सकता है। साधु अपना पूरा जीवन दुसरो की ज़िंदगी बदलने में ही लगा देते है इसीलिए वो हमेशा खुश रहते है।
ज़िन्दगी सभी की बित रही है धीरे धीरे सब मौत की ओर बढ़ रहे है और सबको एक न एक दिन वहा तक जाना ही है लेकिन आदमी के जन्म से लेके वहा तक यानी कि मरने तक इतनी कठिनाई ओर ऐसे ऐसे हालातो का सामना करना पड़ता है जो उसने कभी भी नही सोच होगा क्या आपने कभी सोचा ऐसा क्यों होता है कि हर कोई अपने जीवन मे tress से गुजर रहा है। आख़िर क्यो?
इसका simple सा answer है कि मानव की अपनी इच्छा अपने शोख ए दोनों चीज़े ही उसके जीवन की सभी यातना का कारण है।इच्छाये होनी चाहिए लेकिन अभी जो समय चल रहा है उस हिसाब से मानव की इच्छा विकृति,गुस्से ओर घृणा से भरी हुई इच्छाओं का एक loop बन गया है।
अभी इंसान के बीच इंसानियत मर रही है ,तेरा मेरा करने में ही सब कुछ बर्बाद हो रहा है।कोई भी इंसान हो अगर उसमे स्वार्थ की भावना आ जाती है तो उसी के साथ ही उसके जीवन मे मुश्केलिया भी साथ आती है क्यो की यही संसार और भगवान का नियम है किसी ओर से कैसे आप बरताव करते हो वो ही आपके आने वाला कल बनता है।
दुनिया मे सबसे उत्तम अगर कोई कार्य है तो वो है किसी ओर के जीवन को सवारना फिर चाहे वो किसी भी तरह से हो ,पैसे की मदद से या फिर कोई और तरीके की मदद से वो ही अंतिम क्षणों तक साथ रहेगा और कुछ भी नही साथ आएगा। क्या पाया क्या खोया सब यही पर ही रहे जाने वाला है। कोई कितना अमीर है कोई कितना गरीब हैं ए सब इस पृथ्वी पर की catagories है लेकिन उपर आपकी एक ही catagory है और वो है आपका कर्म।
इसीलिए सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि जीवन मे सब जरूरी है लेकिन परोपकार ओर दुसरो की मदद सबसे ज्यादा जरूरी है उसमें सब आ जाते है मदद में फिर चाहे आप अपने मा बाप की मदद करे या फिर दूसरे कोई इंसान की । अपने माँ बाप की सेवा तो अपना फर्ज ओर अपना कर्ज चुकाने का तरीका है वो तो आपको हर हाल में करना ही पड़ेगा।
जीवन बहोत से भागो में बाटता है सुख,दुख,अमीरी,गरीबी ए सब सबके जीवन के भाग है लेकिन उससे ऊपर एक दुनिया है जो है आपके कर्मों की दुनिया ।अगर आप अपने कर्मो का हिसाब ठीक से लगा लेंगे तो सब अपने आप ठीक होने लगेगा। ओर इसको सही करने के लिये आपको ऐसे कार्यो पर ध्यान देना पड़ेगा जो आपके ओर दुसरो के लिए अच्छे है। भगवान सब देता है अगर आपको मांगने का तरीका आता है तो वो तरीका है अपने कर्मो का तरीका उसके अलावा और कोई भी रास्ता नही है इस जीवन मे सुखी होने का। पैसो से खुशी मिलती है लेकिन वो टेम्पोरोरी होती है कब चली जाए कुछ कहा नही जा सकता,लेकिन अपने आप से कमाई हुई खुशी आजीवन आपके साथ रहेंगी ,मरने के बाद भी।
सब हमेशा कल में ही जीते है कोई आज में नही जीता जबकि कल कभी होने वाला ही नही है जो है वो आपका आज है। ओर जो आज में जीते है वो सबसे खुश इंसान होते है।
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